2/1/10

रहमान की 'जय हो'

हाल ही में २०१० ग्रेमी अवोर्ड कि घोषणा  कि गई| जिसमे रहमानने दो ग्रेमी अवोर्ड जीतकर विश्वमे भारत का डंका बजा दिया है| उल्लेखनीय है कि 1958 ग्रैमी अवार्ड की शुरूआत हुई थी। तब से ले कर आज तक कोई भी भारतीय यह सम्मान प्राप्त नहीं कर सका है|  रहमान ने ग्रेमी अवोर्ड जीतकर भारतका डंका पुरे विश्वमे बजाया है| हिंदी फिल्मो को रहमान जेसे संगीतकार कि आवश्यकता है| ग्रेमी अवार्ड को संगीत की दुनिया के नोबेल पुरस्कार के बराबर माना जाता है। अगले साल रहमानने स्लमडॉग मिलेनियर के लिए ऑस्कर पुरस्कार जीता था| इस साल  रहमान ने 52वें ग्रेमी समारोह में दोहरी कामयाबी हासिल की है। रहमान को स्लमडॉग मिलेनियर के गीत 'जय हो' के लिए बेस्ट साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो अवार्ड मिले। लगता है कि रहमान संगीत के लिए ही बना हुआ है| ऑस्कर और गोल्डन ग्लोब के बाद ग्रेमी पुरस्कारों में भी स्लमडॉग मिलेनियर के गीत 'जय हो' का जलवा छा गया है|

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